पशुपत्यष्टकम् स्तोत्र संस्कृत में – pashupati ashtak

पशुपत्यष्टकम् स्तोत्र संस्कृत में - pashupati ashtak

स्तोत्र स्वयं में तो महत्वपूर्ण होता ही है यदि वह अष्टक हो तो महत्ता में और भी वृद्धि हो जाती है। भगवान शिव को पशुपति भी कहा जाता है। पशुपति का तात्पर्य समस्त प्राणियों के स्वामी हैं। यहां श्री पशुपत्यष्टकम् स्तोत्रं (pashupati ashtak) संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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