विभिन्न अनुष्ठानों – यज्ञों में हवन हेतु अग्निस्थापन करने के लिये अग्निवास का विचार किया जाता है, जिसे अग्निवास विचार कहते हैं। अग्निवास की आवश्यकता मुख्यतः पौष्टिक कर्मों में होती है। अग्निवास ज्ञात करने की विधि, आवश्यकता, अग्निवास परिहार आदि के बारे में विस्तृत चर्चा पूर्व में की जा चुकी है, अतः यहां पुनरावृत्ति अनपेक्षित है। इस आलेख में वर्ष 2025 में पड़ने वाले सभी महीनों के अग्निवास दिये गये हैं। अग्निवास मासिक सारणी के रूप में दी गयी है जिस महीने के अग्निवास को देखना हो उस महीने की सारणी में अवलोकन करें।
अग्निवास विचार के बारे में यहाँ क्लिक करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
हवन करने की विधि हवन विधि पूर्वाङ्ग व उत्तराङ्ग हवन विधि – वाजसनेयी हवन विधि – छन्दोग
- यहां अग्नि वास चार्ट 2025 दिया जा रहा है जिसके द्वारा बिना किसी गणितीय क्रिया के अग्निवास की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
- यह हवन करने वालों के लिये बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
- साथ ही यदि आप सभी महीनों के अग्नि वास चार्ट 2025 pdf फाइल डाउनलोड करना चाहें तो यहां क्लिक करके डाउनलोड भी कर सकते हैं।
अग्नि वास चार्ट – agnivasa chart 2025
अग्नि वास चार्ट 2025 में सभी महीनों के अग्निवास चार्ट अलग-अलग दिये जा रहे हैं। टंकणादि त्रुटि के लिये एवं अपने विचारों को साझा करने के लिये आप टिप्पणि करके सूचित कर सकते हैं।
अग्नि वास जनवरी 2025
नोट : यदि आप मोबाइल में इस सारणी को लंबवत (सीधे) देखेंगे तो समझने में समस्या हो सकती है। इसलिये यदि आप मोबाइल में देख रहे हैं तो मोबाइल को टेढ़ा (आड़ा) करके देखें सारणी सही से दिखेगी।
दिनांक | दिन | मास | पक्ष | तिथि | समय | तक/से | अग्निवास तिथि |
1 | बुध | पौष | शुक्ल | द्वितीया | संपूर्ण दिन | संपूर्ण | २ – ३ |
3 | शुक्र | पौष | शुक्ल | चतुर्थी | संपूर्ण दिन | संपूर्ण | ४ – ५ |
5 | रवि | पौष | शुक्ल | षष्ठी | 8:15 रात्रि | तक | ६ – षष्ठी |
6 | सोम | पौष | शुक्ल | सप्तमी | 6:23 संध्या | से | ८ – अष्टमी |
7 | मंगल | पौष | शुक्ल | अष्टमी | 4:26 संध्या | तक | ८ – अष्टमी |
8 | बुध | पौष | शुक्ल | नवमी | 2:25 दिन | से | १० – दशमी |
9 | गुरु | पौष | शुक्ल | दशमी | 12:22 दिन | तक | १० – दशमी |
10 | शुक्र | पौष | शुक्ल | एकादशी | 10:19 दिन | से | १२ – द्वादशी |
11 | शनि | पौष | शुक्ल | द्वादशी | 8:21 दिन | तक | १२ – द्वादशी |
12 | रवि | पौष | शुक्ल | चतुर्दशी | 5:03 रात्र्यंत | से | १५ – पूर्णिमा |
13 | सोम | पौष | शुक्ल | पूर्णिमा | 3:56 रात्रि | से | १६ – प्रतिपदा |
14 | मंगल | माघ | कृष्ण | प्रतिपदा | 3:21 रात्रि | तक | १६ – प्रतिपदा |
15 | बुध | माघ | कृष्ण | द्वितीया | 3:23 रात्रि | से | १८ – तृतीया |
16 | गुरु | माघ | कृष्ण | तृतीया | 4:06 रात्र्यंत | तक | १८ – तृतीया |
17 | शुक्र | माघ | कृष्ण | चतुर्थी | 5:30 रात्र्यंत | से | २० – पंचमी |
18 | शनि | माघ | कृष्ण | पंचमी | संपूर्ण दिन | संपूर्ण | २० – पंचमी |
19 | रवि | माघ | कृष्ण | पंचमी | 7:30 प्रातः | से | २१ – षष्ठी |
20 | सोम | माघ | कृष्ण | षष्ठी | 9:58 प्रातः | तक | २१ – षष्ठी |
21 | मंगल | माघ | कृष्ण | सप्तमी | 12:39 दिन | से | २३ – अष्टमी |
22 | बुध | माघ | कृष्ण | अष्टमी | 3:18 दिन | तक | २३ – अष्टमी |
23 | गुरु | माघ | कृष्ण | नवमी | 5:37 संध्या | से | २५ – दशमी |
24 | शुक्र | माघ | कृष्ण | दशमी | 7:25 रात्रि | तक | २५ – दशमी |
25 | शनि | माघ | कृष्ण | एकादशी | 8:31 रात्रि | से | २७ – द्वादशी |
27 | सोम | माघ | कृष्ण | त्रयोदशी | संपूर्ण दिन | संपूर्ण | २८ – २९ |
29 | बुध | माघ | कृष्ण | अमावास्या | 6:05 रात्रि | तक | ३० – अमा |
30 | गुरु | माघ | शुक्ल | प्रतिपदा | संपूर्ण दिन | संपूर्ण | १ – २ |
कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।