देवी अथर्वशीर्ष संस्कृत

देवी अथर्वशीर्ष संस्कृत

दुर्गा सप्तशती पाठ करते समय सप्तशती से पूर्व रात्रि सूक्त की भांति ही देव्यथर्वशीर्ष के पाठ का भी कृताकृत विधान देखा जाता है अर्थात बहुत विद्वान सप्तशती पाठ से पूर्व पाठ को स्वीकारते हैं और बहुत विद्वान नहीं। देव्यथर्वशीर्ष का पाठ गीताप्रेस से प्रकाशित श्रीदुर्गा सप्तशती में मिलता है। परन्तु बहुत सारे अन्य प्रकाशनों से प्रकाशित होने वाली पुस्तकों में नहीं भी मिलता है। गीताप्रेस की पुस्तकों में उपलब्ध होने के कारण अधिकांश लोगों तक विधान की सिद्धि हो गयी क्योंकि अधिकांश लोग तो गीताप्रेस की पुस्तक ही रखते हैं। यहां आवश्यकतानुसार देव्यथर्वशीर्ष दिया गया है तथापि पाठ की अनिवार्यता सिद्ध नहीं होती।

देवी अथर्वशीर्ष संस्कृत

जब देवतागण देवी से पूछते हैं – आप कौन हैं देवी ? तब देवी स्वयं अपने सर्वव्याप्त स्वरूप का वर्णन करती हैं।

देवी अथर्वशीर्ष महत्व इसी के फलश्रुति में बताया गया है।

फलश्रुति :

  • देव्यथर्वशीर्ष का सायंकाल में पाठ करने वाला दिन में किये हुए पापों का नाश करता है,
  • प्रातः काल में पाठ करने वाला रात्री में किये हुए पापों का नाश करता है।
  • दोनों समय पाठ करने वाला निष्पाप होता है।
  • मध्यरात्रि में तुरीय संध्या के समय पाठ करने से वाकसिद्धि प्राप्त होती है।
  • नयी प्रतिमा पर पाठ करने से देवता सान्निध्य प्राप्त होता है।
  • प्राणप्रतिष्ठा के समय पाठ करने से प्राणों की प्रतिष्ठा होती है।
  • भौमाश्विनी योग में महादेवी की सन्निधि में पाठ करने से महामृत्यु से तर जाता है।
  • जो इस प्रकार जानता है, वह महामृत्यु से तर जाता है।
  • इस प्रकार यह अविद्यानाशिनी ब्रह्मविद्या है।
दुर्गा कवच संस्कृत
श्रीदेव्यथर्वशीर्षम्

॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः सुशांतिर्भवतु सर्वारिष्ट शान्तिर्भवतु

आगे सम्पूर्ण दुर्गा सप्तशती के अनुगमन कड़ी दिये गये हैं जहां से अनुसरण पूर्वक कोई भी अध्याय पढ़ सकते है :

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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