F & Q ?
प्रश्न : हवन में कौन सा मंत्र बोलें?
उत्तर : हवन में पूर्व व उत्तर क्रिया समान होती है। मध्यक्रिया में मुख्य आहूति दी जाती है अर्थात प्रधान देवता का हवन किया जाता है। प्रधान देवता के अनुसार मध्य क्रिया में तदनुसार सूक्त, या वैदिक-पौराणिक-नाम मंत्रों का प्रयोग किया जा सकता है। मंत्र के आरम्भ में प्रणव कर अंत में स्वाहा का उच्चारण करके हवन किया जाता है।
प्रश्न : घर पर हवन कैसे करें खुद से?
उत्तर : हवन कर्मकाण्ड में एक विशेष महत्वपूर्ण विधि है जिसमें आचार्य के साथ-साथ ब्रह्मा की भी आवश्यकता होती है। कुछ लोगों ने जिन्हें कर्मकाण्ड का नहीं पाखंड का प्रचार करना था स्वयं हवन करने की सरल विधि बनायी जो किसी प्रकार लाभकारी नहीं होता अपितु हानिकारक ही होता है।
प्रश्न : हवन में कितनी आहुति देनी चाहिए?
उत्तर : हवन में जप का दशांश आहूति देनी चाहिये। किन्तु जहां संख्या निर्धारित न हो वहां 108 आहूति देने का विधान है। तदपि 28 या 8 आहूति देकर भी हवन किया जा सकता है, किन्तु आहूति संख्या कम हो या अधिक हवन करने की विधि समान ही रहती है।
प्रश्न : पूर्णाहुति का मंत्र क्या है?
उत्तर : पूर्णाहुति का मंत्र है – ॐ मूर्द्धानन्दिवो ऽअरतिम्पृथिव्या वैश्वानरमृत ऽआजातमग्निम् ॥ कवि ᳪ सम्म्राजमतिथिं जनानामासन्ना पात्रञ्जनयन्त देवाः स्वाहा ॥ पूर्णाहुति का दूसरा मंत्र है – ॐ सप्तेऽअग्ने समिधः सप्तजिह्वाः सप्त ऋषयः सप्तधाम प्रियाणि ॥ सप्त होत्राः सप्तधा त्वायजन्ति सप्त योनीरापृणस्व घृतेनस्वाहा ॥ छन्दोगी पूर्णाहुति मंत्र है – ॐ पूर्णहोमं यशसे जुहोमि योऽस्मै जुहोति वरमस्मै ददाति वरं वृणे यशसा भामि लोके स्वाहा ॥
प्रश्न : छोटा सा हवन कैसे करें?
उत्तर : हवन छोटा-बड़ा नहीं होता है। आहूति की संख्या कम या अधिक होती है। आहूति संख्या कम हो या अधिक हवन करने की विधि एक समान ही होती है।
प्रश्न : क्या महिलाओं को हवन करना चाहिए?
उत्तर : कुछ षड्यंत्रकारी धर्मशास्त्र के वचनों, प्रमाणों और परम्परा से प्राप्त व्यवहार सबको धत्ता सिद्ध करके कहते हैं हवन पर किसी का एकाधिकार नहीं है। किन्तु शास्त्रों में स्त्रियों के लिये हवन करने का निषेध किया गया है एवं 50 – 100 वर्ष पूर्व तक व्यवहार में भी प्रचलित था। गावों में आज भी प्रचलित है किन्तु शहरी नक्सलियों (षड्यंत्रकारियों) ने शहर के लोगों को पहले भ्रमित किया और अब गाववालों को भी भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। जनसामान्य को जागरूक करते हुये उनके षड्यंत्र से बचाना आवश्यक है।
प्रश्न : हवन किस दिन करना चाहिए?
उत्तर : हवन करने के लिये अग्निवास का विचार किया जाता है। जिस दिन अग्निवास भूमि पर हो उस दिन हवन करना चाहिये।