ये क्या हो गया ? शंकराचार्य शास्त्रार्थ करेंगे या पदत्याग – दो ही विकल्प हैं एक ओर गड्ढा दूसरी ओर खाई।
श्रीमद् जगद्गुरु वैदेही वल्लभ देवाचार्य का कहना है कि जिस शंकराचार्य ने प्राण-प्रतिष्ठा के इस आधार को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है, उन्हें स्वयं सनातन धर्म शास्त्र का ज्ञान नहीं है।