राम मंदिर में घोटाले का खुलासा – आखिर कैसे हुआ घोटाला ?

राम मंदिर में घोटाले का खुलासा – आखिर कैसे हुआ घोटाला

आज हम राम मंदिर घोटाले पर विस्तृत चर्चा करेंगे। क्योंकि इसकी चर्चा तो बार-बार की गई लेकिन फिर दबा दी गई। सच्चाई जानने के जनता को पूरा अधिकार है और इसे दबाया नहीं जा सकता।

सभी जानते हैं कि 500 वर्षों बाद अयोध्या पुरी में न्यायालय से जीतने के बाद श्रीराम मन्दिर का निर्माण हो रहा है जिसमें 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा भी होने जा रही है।

राम मंदिर में घोटाले का खुलासा – आखिर कैसे हुआ घोटाला ?

ऐसी स्थिति में जिस श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को मंदिर निर्माण का दायित्व दिया गया उसी पर घोटाले का आरोप लगा। आखिर उसने ऐसा क्यों किया। देश की जनता का विश्वास क्यों तोड़ा। इस घोटाले में कहीं-न-कहीं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के साथ भाजपा भी घिरी ही दिखती है।

क्या घोटाला हुआ है ?

लेकिन घोटाले की सच्चाई जानने से पहले आरोप, आरोपी और आरोप लगाने वाले तीनों के बारे में जानना आवश्यक हो जाता है।

आरोप : श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर राम मंदिर निर्माण में दो घोटाले का आरोप लगाया गया है :

  1. जमीन में घोटाला और
  2. चंदे में घोटाला

दोनों तरह का घोटाला हो सकता है। लेकिन इसके सम्बन्ध में के अफवाह भी फैलाया जा सकता है क्योंकि जनता का ट्रस्ट और भाजपा दोनों पर विश्वास है जो 2024 में होने वाले चुनाव पर ही नहीं भविष्य में भी होने वाले सभी चुनावों पर बहुत प्रभाव डालने वाला है।

राम मंदिर में घोटाले का खुलासा
राम मंदिर में घोटाले का खुलासा

आरोपी : श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और भाजपा

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट निर्माण होते समय इस बात का तो निश्चित रूप से ध्यान रखा गया होगा कि एक भी संदिग्ध व्यक्ति इसमें न हो। फिर भी हो सकता है कि बाद में व्यक्तियों का और ट्रस्ट का मन डोल गया हो। लेकिन पर्याप्त साक्ष्य की आवश्यकता तो होगी।

वैसे भाजपा में अभी मोदी की चलती है और मोदी की घोषणा है कि “न खाऊंगा न खाने दूंगा”। और जब जहाँ घोटाला किया जा सकता है वहां अभी तक कोई घोटाला नहीं किया गया है तो मंदिर निर्माण में भाजपा (प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से) घोटाले का प्रयास करे ये बात स्वयं में अप्रमाणिक लगती है।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट

आरोप लगाने वाले : जहां तक आरोप लगाने वालों की बात है तो इनमें जो लोग या राजनीतिक दल हैं उनके विषय में सारांश इस प्रकार है :

  • ये सभी विपक्षी या विरोधी दल अथवा उनसे सम्बंधित व्यक्ति हैं।
  • सबने अपने समय पर बड़े-बड़े घोटाले किये हैं।
  • सबने श्रीराम मंदिर निर्माण में समय-समय पर विघ्न किया है।
  • श्रीराम मंदिर निर्माण होने से सभी दुःखी और विचलित हैं।
  • जय श्रीराम पर इन सबको आपत्ति है।
  • इन्होंने भगवा आतंकवाद गढ़ने निरर्थक कुप्रयास किया।
  • 70 वर्षों तक विशेष समुदाय का तुष्टिकरण किया।
  • आज भी जिन राज्यों में इन दलों की सरकार है वहां तुष्टिकरण हो रहा है।
  • अभी भी ये सभी काशी, मथुरा पर विरोध में ही हैं।
  • इन लोगों में एक-दो बार नहीं अनगिनत झूठ बोले हैं।

इन दलों ने जितने भी आरोप लगाये हैं सबके-सब झूठे सिद्ध हुये और देश को हानि भी हुयी है।

हताश-निराश विपक्ष
हताश-निराश विपक्ष
  • गोधरा कांड पर लगाये गये आरोप झूठा सिद्ध हुआ।
  • कोरोना की वैक्सीन पर लगाया गया आरोप भी सिद्ध हो गया है।
  • राफेल घोटाले का आरोप झूठा सिद्ध हो गया।
  • बृजभूषण सिंह पर लगाये गये आरोप भी लगभग झूठा ही सिद्ध हो गया है।
  • अडानी पर लगाया गया आरोप लगभग झूठा सिद्ध हो गया है।

आरोप तो और भी बहुत सारे लगाये गये हैं लेकिन आखिर सब झूठे ही क्यों निकलते हैं ये सोचने वाली बात है। आरोप केवल झूठे ही सिद्ध नहीं होते अपितु उसके पीछे षड्यंत्र भी दिख जाता है।

आखिर कैसे हुआ घोटाला ?

जिन्होंने श्रीराम मंदिर निर्माण में घोटाले का आरोप लगाया है उन लोगों से मैं ये भी जानना चाहता हूँ की घोटाला आखिर हुआ कैसे ? साक्ष्य प्रस्तुत करके मोदी को भेंड़ के बीच में छिपा भेड़िया सिद्ध कीजिये न। या अब न्यायालय जाने से भी डर लग रहा है कि कहीं फिर क्षमायाचना न करनी पर जाये ?

मैं एक जनता के रूप में आपको कुछ समझाना चाहता हूँ :

राम मंदिर निर्माण
राम मंदिर निर्माण
  • आपने इतने झूठ बोले हैं की आपकी कही किसी सच पर भी विश्वास नहीं किया जा सकता। कहानी भेड़िया आया को यदि नहीं पढ़े हैं तो अवश्य पढ़ें।
  • जिस किसी भी राज्य में आपकी सरकारें हैं वहां तुष्टिकरण हो रहा है। सनातन पर प्रहार हो रहा है।
  • आप अभी भी काशी और मथुरा पर सनातन और देश की संस्कृति के विरुद्ध ही हैं।
  • आप हमें यह भी बताएं की आपने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिये चंदा दिया था या नहीं ? हमें विश्वास नहीं है की आपने चंदा दिया होगा !
  • और यदि आपने चंदा नहीं दिया है तो आपको किसी तरह का आरोप लगाने का भी कोई अधिकार नहीं है।
  • हमने चंदा दिया है और यदि घोटाला हुआ भी हो तो वो हम देख लेंगे आप बीच में कूदने वाले होते कौन हैं ?

सारांश : आज मन्दिर निर्माण घोटाले की सच्चाई जानने के लिए, हमें सारे तथ्यों को समझने की आवश्यकता है। आरोप और आरोपियों के बारे में सच्चाई से पहले हमें समझना चाहिए। यह निश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि क्या गलती हुई है और कैसे हुई है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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