नरसिंह स्तुति संस्कृत में – narsingh stuti

नरसिंह स्तुति - narsingh stuti

भक्त प्रह्लाद की भक्ति अद्वितीय थी जिसका शास्त्रों में वर्णन मिलता है सभी पुराणों में कथा मिलती है। भक्त प्रह्लाद को भगवान विष्णु के अनन्य भक्त थे और ऐसे भक्त थे कि जब हिरण्यकशिपु ने पूछा क्या स्तम्भ में तुम्हारा भगवान है तो प्रह्लाद ने कहा हां और भगवान विष्णु ने नरसिंह रूप धारण किया और स्तम्भ से प्रकट हो गये। ऐसे भगवान नरसिंह की कृपा प्राप्ति हो जाये तो क्या कहना ? भगवान नरसिंह की कृपा प्राप्ति हेतु उनकी प्रसन्नता अपेक्षित होगी और इसके लिये उनके स्तुतियों की। यहां तीन महत्वपूर्ण नरसिंह स्तुति (narsingh stuti) दी गयी है।

शनिकृत नृसिंह स्तुति

ब्रह्मकृत नृसिंह स्तुति

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