
चतुर्लिंगतो भद्र पूजन : प्रधान वेदी 2
चतुर्लिंगतो भद्र पूजन : भगवान शिव की पूजा लिंग में की जाती है इसी प्रकार जब भगवान शिव की पूजा हेतु वेदी निर्माण का प्रसंग आता है तो उसमें भी लिंगतोभद्र बनाने का विधान है। अन्य सभी वेदियां एक से दो प्रकार की ही होती है, जिनमें से एक प्रकार ही प्रचलन में होता है। किन्तु बात जब लिंगतोभद्र की आती है तो इसके अनेक प्रकार होते हैं : एक लिंगतोभद्र, चतुर्लिंगतो भद्र, अष्टर्लिंगतो भद्र, द्वादशर्लिंगतो भद्र।