
छन्दोगी त्रिपिंडी श्राद्ध विधि – पितृदोष शांति के उपाय
सभी प्रकार की प्रेतबाधा या पितृ दोष से मुक्ति होने के लिए त्रिपिण्डीश्राद्ध किया जाता है। सामान्यतः उपलब्ध सभी त्रिपिंडी श्राद्ध वाजसनेयी पद्धति हैं और छन्दोगी विधि अनुपलब्ध है।
सभी प्रकार की प्रेतबाधा या पितृ दोष से मुक्ति होने के लिए त्रिपिण्डीश्राद्ध किया जाता है। सामान्यतः उपलब्ध सभी त्रिपिंडी श्राद्ध वाजसनेयी पद्धति हैं और छन्दोगी विधि अनुपलब्ध है।
जिन घरों में श्राद्ध सही विधि से नहीं किया जाता उनके पितर अतृप्त होकर कुपित हो जाते हैं। किसी भी प्रकार से यदि पितृ दोष ज्ञात हो तो त्रिपिंडी श्राद्ध करना चाहिये। जब प्रेत बाधा हो और किसी प्रकार से शांत न हो रही हो तो उस स्थिति में त्रिपिण्डी श्राद्ध करना चाहिये।