यहां पढ़ें दुर्गा पञ्जर स्तोत्र संस्कृत में – durga panjar stotram

यहां पढ़ें दुर्गा पञ्जर स्तोत्र संस्कृत में - durga panjar stotram

स्तोत्रों के अनेकों प्रकार होते हैं यथा कवच स्तोत्र, अष्टक स्तोत्र, अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र, सहस्रनाम स्तोत्र आदि। इसी प्रकार से एक विशेष महत्वपूर्ण स्तोत्र होता है पञ्जर स्तोत्र जिसका तात्पर्य होता है पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने वाला। पंजर का तात्पर्य पिंजरा ही बताया जाता है, पिंजरा सुरक्षित तो करता ही है साथ ही साथ जिसका पिंजरा हो उसका सान्निध्य भी प्राप्त होता है और इस कारण पंजर स्तोत्र बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। यहां दुर्गा पञ्जर स्तोत्र (durga panjar stotram) संस्कृत में दिया गया है।

माता दुर्गा का पंजर स्तोत्र मार्कण्डेय पुराण में वर्णित है। यहां विनियोग और ध्यान सहित संस्कृत में दुर्गा पंजर स्तोत्र है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

Leave a Reply