बिना पंडित के गृह प्रवेश कैसे करें ?

बिना पंडित के गृह प्रवेश कैसे करें

अन्य किसी विधि-व्यवस्था में अपेक्षित व्यक्ति के बिना करने की चर्चा नहीं की जाती है किन्तु सनातन में लगभग सभी कर्मकांड बिना पंडित के करने के लिये प्रेरित किया जा रहा है। नाना प्रकार के आलेख-विडियो आदि माध्यमों से उत्प्रेरित करते हुये ऐसा प्रयास किया जाता है कि कर्मकांड बिना पंडित कैसे किया जा सकता है और उसी कड़ी में से एक है गृहप्रवेश। गृहप्रवेश के लिये भी बिना पंडित के कैसे करें ऐसे अनेकानेक आलेख और विडियो मिल जायेंगे। इस आलेख में इस विषय की व्यापक चर्चा की गयी है बिना पंडित के गृहप्रवेश करना कितना उचित और अनुचित है।

गृह प्रवेश की विधि

  • गृहप्रवेश की विस्तृत वास्तु पूजा विधि है फिर बिना पंडित के गृह प्रवेश कैसे हो सकता है।
  • विधिवत गृहप्रवेश करने हेतु तो 1 ही नहीं 5 ब्राह्मण 11 ब्राह्मण भी रखा जा सकता है ।
  • न्यूनतम 1 ब्राह्मण तो गृहप्रवेश के समय अनिवार्य ही हैं।
  • गृहप्रवेश करने से पहले और गृहप्रवेश करने पर दोनों समय ब्राह्मण भोजन कराना चाहिये।
  • जो लोग किराये के घर में प्रवेश करते हैं और आर्थिक तंगी के कारण वास्तु पूजा नहीं कर सकते उनको भी प्रवेश के समय ब्राह्मण को आगे करके स्वस्तिवाचन मंगल पाठ एवं कम-से-कम ब्राह्मण भोजन तो अवश्य कराना चाहिये।

अर्थात यह प्रश्न जिसने नया घर बनाया हो उसके गृह प्रवेश करने के लिये नहीं है, जिसने बना-बनाया फ्लैट खरीदा हो उसके लिये भी यह प्रश्न नहीं उत्पन्न हो सकता। यह प्रश्न उसके लिये है जो किराये के घर में रहने वाला हो । लेकिन किराये के घर में भी प्रवेश करने के लिये आस्थावानों के लिये पंडित (ब्राह्मण) रखना आवश्यक ही है। फिर यह प्रश्न क्यों उठा ?

बिना पंडित के गृह प्रवेश कैसे करें?

इस प्रश्न का एक ही कारण हो सकता है सनातन से द्रोह। हमें और कोई कारण समझ नहीं आता है। इसलिये सनातन में आस्था रखने वाले इन सनातन द्रोहियों के भ्रमजाल में न फंसें। जो बिना ब्राह्मण के गृह प्रवेश की विधि बताते हैं उन्हें सनातन धर्म संबंधी कोई ज्ञान नहीं है । सनातन धर्म का विरोधी ही ऐसा कुतर्क कर सकता है।

गृह प्रवेश के नियम
बिना पंडित के गृह प्रवेश कैसे करें?

सनातन में आस्था रखने वाला ऐसा सोच भी नहीं सकता है। बल्कि यदि पुराने घर के ऊपर भी नया फ्लैट बनाता है तो भी पूजा अवश्य करता है और पूजा कराने का मतलब है कि बिना पंडित के नहीं कराया जाता। पंडित उपलब्ध न हों तो बिना पंडित के नये घर में प्रवेश करने के लिये सोचा भी नहीं जा सकता फिर प्रवेश करने की विधि का तो प्रश्न ही नहीं उत्पन्न हो सकता।

गृह प्रवेश कैसे करें

गृह प्रवेश करने के लिये पहले वास्तु शांति करें। फिर घर को सजाकर सपरिवार नये वस्त्र, आभूषण धारण करके शृंगार करके फिर गाय की पूजा करें, ब्राह्मण को आगे रखकर स्वस्तिवाचन, मङ्गल गान करते हुए गृह प्रवेश करें।

आगे पढ़ें ….

Leave a Reply