राम लला के अयोध्या आगमन पर सबसे अधिक प्रसन्न होकर हनुमान जी नाच रहे हैं और भक्त गा रहे हैं – “राम हमारे अयोध्या पधारे, नाच रहे हनुमान”
ये भजन राम लला अयोध्या धाम को समर्पित है। इस पर कॉपीराइट क्लेम मेरी तरफ से नहीं किया जायेगा “इसका कॉपीराइट भी राम लला सम्हालेंगे”
सदियों बाद राम लला अयोध्या में विराजमान हो रहे हैं और उनके विराजमान होने पर सर्वाधिक प्रसन्नता हनुमान जी को है और हनुमान जी नाच रहे हैं। श्री राम लला के आगमन पर हनुमान जी को भी स्मरण रखें हनुमान जी की प्रसन्नता में ही श्रीराम की भी प्रसन्नता होगी। इस भजन में इतिहास को भी समाहित किया गया है।
स्वर – प्यार हमारा अमर रहेगा
राम हमारे अयोध्या पधारे
नाच रहे हनुमान।
॥जय श्री राम॥ ॥जय श्री राम॥ ॥जय श्री राम॥ ॥जय श्री राम॥
बात है सदियों की ये पुरानी, श्यामानंद पुजारी ज्ञानी।
भूल हुई तो मन में ठानी, राम गये फिर सरयू पानी॥
तब से भारत बिलख बिलख कर, पथ अटकाये प्राण ॥
॥जय श्री राम॥ ॥जय श्री राम॥ ॥जय श्री राम॥ ॥जय श्री राम॥
बरस गुजारे फिर भी छिहत्तर, कैसी सत्ता कैसा तन्तर (तन्त्र)।
नीर नयन नित निखिल निरंतर, भारत भूमि भव्य भुवनंतर ॥
फिर से बनेगा विश्वगुरु अब, घर आये फिर राम ॥
॥जय श्री राम॥ ॥जय श्री राम॥ ॥जय श्री राम॥ ॥जय श्री राम॥
॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥ सुशांतिर्भवतु ॥ सर्वारिष्ट शान्तिर्भवतु ॥
कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।
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