सत्यनारायण भगवान के भजन – भक्ति भजन हिंदी लिखित में

सत्यनारायण भगवान के भजन - भक्ति भजन हिंदी लिखित में

स्वर :~ गली में आज चांद निकला

सत्य नारायण पूजा करो, मनोरथ पूरन हो ।
थोड़ी पूजा से रीझ जाते हैं, मनोरथ पूरन हो ।।
मुहूर्त बनाने का काम नहीं है
श्रद्धा का होना आसान नहीं है
मन जिस दिन करे व्रत लो ।
मनोरथ पूरन हो ..
विधि सुनो धर ध्यान से इसकी
मन न हो अभिमान तनिक भी
करो उपवास बस दिन भर का ।
मनोरथ पूरन हो…
सवा किलो प्रसाद चूरन की
फल पकवान व मेवा मिठाई
बनाओ प्रेम से शीतल प्रसाद।
मनोरथ पूरन हो…
भांति-भांति सिंहासन सजाओ
शालिग्राम प्रभु को पधराओ
पूजा करो संध्या में शुरू ।
मनोरथ पूरन हो …
नित्य कर्म करो सदा निरंतर
संकल्प लो व्रत-पूजा-सुनन कर
शांति कलश बिठाओ फिर।
मनोरथ पूरन हो …
श्री विद्याऽदि अनादि पुरुष की
दश दिक्पाल सूर्यादि नौग्रह की
वैदेही राम लखन पूजो ।
मनोरथ पूरन हो…
पूजा करो सत्य नारायण की
सोलह उपचार यथासंभव की
गौरी शंकर अमंत्रक ब्रह्मा।
मनोरथ पूरन हो ….
कथा सुनो फिर मन को लगाकर
भजन करो भक्ति भाव से गाकर
आरति विसर्जन फिर।
मनोरथ पूरन हो…
दक्षिणा पूजा की तत्क्षण कर लो
कृपणता तनिक मन में न रखो
चरणामृत प्रसाद पाओ ।
मनोरथ पूरन हो…..
भक्ति श्रद्धा से ब्राह्मण जिमाओ
अनादर कभी न मन से भी हो
कृपा बरसेगी ठाकुर की ।
मनोरथ पूरन हो….

स्वर :~ तोता तोता सजन से कहना

स्वामी स्वामी सत्यनारायण।
भूल हुई प्रभु हमसे भारी कर दो अब तो क्षमा।

दुःख जो मिला है सहना कठिन है टालो इसे जैसे भी हो।
जीवन जी जंजाल बना है रख लो अब तो लाज प्रभो ।।
हमसे नहीं अब होगा ठाकुर घुट-घुट के जीना ।
स्वामी स्वामी सत्यनारायण….

भूल हुई जो विसरी पूजा क्षमा करो हे नारायण।
स्वजन की रक्षा धन की इच्छा अब न भूलेंगे भगवन्।।
सुन लो प्रभु अब अंतर्यामी सत्य मेरा कहना।।
स्वामी स्वामी सत्यनारायण……

स्वर :~ हम भूल गए रे हर बात

हम भूल गये हर बार मगर इस बार नहीं भूलेंगे।
हम झूल गये हर बार मगर इस बार नहीं भुलेंगे।।

हुआ हाल हमारा बहुत बुड़ा
दोषी हूं स्वयं ही मैं इसका ।
तुमने तो न टाली मांग कभी
हम ही तुमको हर बार भुले ।।
करो फिर से कृपा सरकार
मगर इस बार नहीं भुलेंगे ..…

मिला दण्ड भी हर बार मुझे
समझा न अनाड़ी फिर भी तुझे ।
अपनी करनी से लज्जित हूं
मुख झेंप के तेरी शरण में हूं ।।
टालो विपदा महाराज
मगर इस बार नहीं भुलेंगे …..

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।। नारायणसूक्तम् ।।

तैत्तिरीयारण्यकम् – ४ प्रपाठकः – १० अनुवाकः १३

ॐ स॒ह ना॑ववतु। स॒ह नौ॑ भुनक्तु। स॒ह वी॒र्यं॑ करवावहै।  ते॒ज॒स्विना॒वधी॑तमस्तु॒ मा वि॑द्विषा॒वहै॥ ॐ शान्तिः॒ शान्तिः॒ शान्तिः॑ ॥ ॐ॥ स॒ह॒स्र॒शीर्॑षं दे॒वं॒ वि॒श्वाक्षं॑ वि॒श्वश॑म्भुवं। विश्वं॑ ना॒राय॑णं दे॒व॒म॒क्षरं॑ पर॒मं प॒दम्। वि॒श्वतः॒ पर॑मान्नि॒त्यं॒ वि॒श्वं ना॑राय॒णं ह॑रिम्। विश्व॑मे॒वेदं पुरु॑ष॒स्तद्वि॒श्वमुप॑जीवति। पतिं॒ विश्व॑स्या॒त्मेश्व॑र॒ शाश्व॑तं शि॒वम॑च्युतम्। ना॒राय॒णं म॑हाज्ञे॒यं॒ वि॒श्वात्मा॑नं प॒राय॑णम्। ना॒राय॒णप॑रो ज्यो॒ति॒रा॒त्मा ना॑राय॒णः प॑रः। ना॒राय॒ण प॑रं ब्र॒ह्म॒ त॒त्वं ना॑राय॒णः प॑रः। ना॒राय॒णप॑रो ध्या॒ता॒ ध्या॒नम् ना॑राय॒णः प॑रः। यच्च॑ कि॒ञ्चिज्ज॑गत्स॒र्वं॒ दृ॒श्यते श्रूय॒तेऽपि॑ वा॥ अन्त॑र्ब॒हिश्च॑ तत्स॒र्वं॒ व्या॒प्य ना॑राय॒णः स्थि॑तः। अन॑न्त॒मव्य॑यं क॒वि स॑मु॒द्रेऽन्तं॑ वि॒श्वश॑म्भुवम्। प॒द्म॒को॒श प्र॑तीका॒श॒ हृ॒दयं॑ चाप्य॒धोमु॑खम्। अधो॑ नि॒ष्टया वि॑तस्या॒न्ते॒ ना॒भ्यामु॑परि॒ तिष्ठ॑ति। ज्वा॒ल॒मा॒लाकु॑लं भा॒ति॒ वि॒श्वस्या॑यत॒नं म॑हत्। सन्त॑त शि॒लाभि॑स्तु॒लम्ब॑त्याकोश॒सन्नि॑भम्। तस्यान्ते॑ सुषि॒र सू॒क्ष्मं तस्मिन् स॒र्वं प्रति॑ष्ठितम्। तस्य॒ मध्ये॑ म॒हन॑गग्निर्वि॒श्वार्चि॑र्वि॒श्वतो॑मुखः। सोऽग्र॑भु॒ग्विभ॑जन्ति॒ष्ठ॒न्नाहा॑रमज॒रः क॒विः। ति॒र्य॒गू॒र्ध्वम॑धश्शा॒यी॒ र॒श्मय॑स्तस्य॒ सन्त॑ता। स॒न्ता॒पय॑ति स्वं दे॒हमापा॑दतल॒मस्त॑कः। तस्य॒ मद्ये॒ वह्नि॑शिखा अ॒णीयोर्ध्वा व्य॒वस्थि॑तः। नी॒लतो॑यद॑मध्य॒स्था॒द्वि॒द्युल्ले॑खेव॒ भास्व॑रा। नी॒वार॒शूक॑वत्त॒न्वी॒ पी॒ता भा॑स्वत्य॒णूप॑मा। तस्याः शिखा॒या म॑ध्ये प॒रमात्मा व्य॒वस्थि॑तः। स ब्रह्म॒ स शिवः॒ स हरिः॒ सेन्द्रः॒ सोऽक्ष॑रः पर॒मः स्व॒राट्॥ ऋ॒तं स॒त्यं प॑रं ब्र॒ह्म॒ पु॒रुषं॑ कृष्ण॒पिङ्ग॑लम्। ऊ॒र्ध्वरे॑तं वि॑रूपा॒क्षं॒ वि॒श्वरू॑पाय॒ वै नमो॒ नमः॑। ॐ ना॒रा॒य॒णाय॑ वि॒द्महे॑ वासुदे॒वाय॑ धीमहि। तन्नो॑ विष्णुः प्रचो॒दयात्।

नित्य कर्म पूजा पद्धति मंत्र

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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