एकादश मुखी हनुमान कवच – ekadash mukhi hanuman kavach

एकादश मुखी हनुमान कवच - ekadash mukhi hanuman kavach

जिस प्रकार हनुमान जी का एक स्वरूप पंचमुखी है और वो इसलिये कि भगवान शिव के पांच मुख हैं और हनुमान रुद्रावतार ही हैं। उसी प्रकार से रुद्रों की संख्या ११ है और इसलिये हनुमान का एक स्वरूप एकादश मुखी हनुमान वाला भी है। यहां दो एकादश मुखी हनुमान कवच (ekadash mukhi hanuman kavach) संस्कृत में दिया गया है जिसमें से प्रथम कवच रुद्रयामलोक्त है जो शिव पार्वती संवाद में है एवं द्वितीय कवच अगस्त्य संहितोक्त है जो अगस्त्य लोपामुद्रा संवाद रूप में है।

॥ इति रुद्रयामलान्तर्गते एकादशमुखहनुमत्कवचं सम्पूर्णम् ॥

अगस्त्य संहितोक्त एकादशमुखी हनुमान कवच

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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