जब नये घर में निवास करने के लिये पहली बार जाते हैं तो उसे गृह प्रवेश कहा जाता है जिसकी एक विशेष पूजा एवं शास्त्रीय विधि है। यहां हम गृह प्रवेश पूजा विधि (Grihpravesh vidhi) को विस्तार से जानेंगे। गृहप्रवेश की संपूर्ण विधि एवं मंत्रों का इस आलेख में वर्णन किया गया है एवं गृहप्रवेश से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर भी दिये गये हैं।
इस आलेख में गृह प्रवेश करने की संपूर्ण पूजा और विधि समाहित की गयी है साथ इसे डाउनलोड करके अधिक सुविधा पाने के लिये गृह प्रवेश पद्धति pdf file भी अंत में दिया गया है। जो विषय (लेख/विधि) पूर्व प्रकाशित है वह नीले रंग में रेखांकित किया गया है जिसमें उसका लिंक समाहित है और अनुगमन को आसान करता है। यदि आपको कोई त्रुटि दिखे या कोई विचार प्रस्तुत करना चाहें तो टिप्पणि करके बतायें।
गृह प्रवेश पूजा विधि की संक्षिप्त क्रमावली :
- पवित्रीकरण
- दिग्बन्धन या भूतोत्सारण
- पंचदेवता व विष्णु पूजन
- संकल्प व ब्राह्मण वरण
- कलश स्थापन
- पुण्याहवाचन
- मातृका पूजन पूर्वक नान्दीमुख श्राद्ध
- पताका स्थापन
- प्रदक्षिणा पूर्वक मंडप प्रवेश
- मंडप देवता पूजा
- अग्निस्थापन
- वास्तु वेदी निर्माण व पूजा, बलि
- सर्पाकार वास्तु पूजन, बलि
- हवन
- धेनुदान, उमा महेश्वर दान
- कोषागार में श्री स्थापन
- सूत्र वेष्टन, रक्षोघ्नसूक्त पाठ
- पवमान सूक्त पाठ पूर्वक दुग्धमिश्रित कलश जल से गृह स्नपन
- आकाशपद में वास्तु स्थापन-पूजन
- दशदिक्पाल, क्षेत्रपाल बलि
- सर्वभूत बलि
- द्वार देवता, गृहोपकरण आदि शेष पूजन
- पूर्णाहुति, आरती, विसर्जन, दक्षिणा
- ब्राह्मण भोजन
- शुभ मुहूर्त (लग्न) में गृहप्रवेश
- पुण्याहवाहन या संक्षिप्त पुण्याहवाचन
बिना पंडित के गृह प्रवेश कैसे करें?
जब इतनी विस्तृत पूजा विधि है तो बिना पंडित के गृह प्रवेश कैसे हो सकता है। विधिवत गृहप्रवेश करने हेतु तो 1 ही नहीं 5 ब्राह्मण रखे । अर्थात
यह प्रश्न जिसने नया घर बनाया हो उसके गृह प्रवेश करने के लिये नहीं है, जिसने बना-बनाया फ्लैट खरीदा हो उसके लिये भी यह प्रश्न नहीं उत्पन्न हो सकता। यह प्रश्न उसके लिये है जो किराये के घर में रहने वाला हो ।

किराये के घर में भी यदि अन्य कोई पूजा-पाठ न करा सके तो भी गाय की पूजा करके, ब्राह्मण को आगे रखकर ही प्रवेश करे व ब्राह्मण भोजन अवश्य कराये । जो बिना ब्राह्मण के गृह प्रवेश की विधि बताते हैं उन्हें सनातन धर्म संबंधी कोई ज्ञान नहीं है । सनातन धर्म का विरोधी ही ऐसा कुतर्क कर सकता है। इस विषय में विस्तृत परिचर्चा अलग से करेंगे।
गृह प्रवेश पूजा विधि – Grihpravesh vidhi
ऊपर गृह प्रवेश पूजा विधि की संक्षिप्त क्रमावली दी गयी है जिसके गृहप्रवेश करने में सरलता होगी। मंडप के पश्चिम भाग में चौका आदि लगाकर, पूजा सामग्री आदि व्यवस्थित कर ले । पवित्रीकरण, दिग्बंधन, पंचगव्य प्राशन-प्रोक्षण, (मंडप एवं सभी घरों में भी पंचगव्य प्रोक्षण करे), पंचदेवता व विष्णु पूजन करके स्वस्तिवाचन करे। फिर संकल्प करे :