लांगूलास्त्र शत्रुंजय स्तोत्र – langulastra shatrunjay stotra

लांगूलास्त्र शत्रुंजय स्तोत्र - langulastra shatrunjay stotra

हनुमान जी का एक महत्वपूर्ण प्रयोग है “लांगूलास्त्र शत्रुंजय प्रयोग” जिसके लिये लांगूलास्त्र शत्रुंजय स्तोत्र (langulastra shatrunjay stotra) मिलता है। यह स्तोत्र मुख्य रूप से शत्रुबाधा निवारण हेतु बताया गया है और इसके प्रयोग की विधि में यह भी कहा गया है कि अश्वत्थवृक्षतल में करे अर्थात पीपल वृक्ष के मूल में करे। यहां लांगूलास्त्र शत्रुंजय स्तोत्र संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

Leave a Reply