नारायण हृदय स्तोत्र संस्कृत में – narayan hridaya stotra

नारायण हृदय स्तोत्र संस्कृत में - narayan hridaya stotra

हम सब एक मंत्र जानते हैं “त्वमेव माता च पिता त्वमेव त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव ।त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव त्वमेव सर्वं मम देव देव ॥” और यह प्रश्न अवश्य ही मन में उत्पन्न होता है कि “त्वमेव माता च पिता त्वमेव किस ग्रंथ का है ? यह किस स्तोत्र में है यह नहीं जानते हैं। अथर्वण रहस्य में भगवान विष्णु का हृदय स्तोत्र है जो नारायण हृदय स्तोत्र नाम से जाना जाता है और यह “त्वमेव माता च पिता त्वमेव” मंत्र इसी स्तोत्र के प्रार्थना में मिलता है। यहां नारायण हृदय स्तोत्र (narayan hridaya stotra) संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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