नरसिंह ऋण मोचन स्तोत्र – narsingh rin mochan stotra

नरसिंह ऋण मोचन स्तोत्र - narsingh rin mochan stotra

भगवान विष्णु ने भक्त प्रह्लाद की रक्षा हेतु नरसिंह अवतार लिया था। नरसिंह भगवान की कथा पुराणों में वर्णित है। ऋण बहुत कष्टकारक होता है और भक्त जब ऋण से पीड़ित हो तो उसके लिये श्रीनृसिंह पुराण में ऋणमोचन स्तोत्र है जिसमें ८ मंत्र हैं जिसकी ध्रुव पंक्ति “श्रीनृसिंहं महावीरं नमामि ऋणमुक्तये” है एवं नवां श्लोक फलश्रुति है। इस स्तोत्र में नरसिंह भगवान की स्तुति करते हुये उनसे ऋण मुक्ति की प्रार्थना की गयी है। यहां नरसिंह ऋण मोचन स्तोत्र (narsingh rin mochan stotra) संस्कृत में दिया गया है।

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