माङ्गल्यस्तव : मंगलकारी विष्णु स्तोत्र – shubhad vishnu stotra

माङ्गल्यस्तव : मंगलकारी विष्णु स्तोत्र - shubhad vishnu stotra

भगवान विष्णु मंगलकर हैं और जो भगवान विष्णु का आश्रय ग्रहण करता है उसका कभी अमङ्गल नहीं होता। श्रीविष्णुधर्मोत्तर में भगवान विष्णु का एक विशेष स्तोत्र है जिसका नाम ही है माङ्गल्यस्तव अर्थात मंगलकारी विष्णु स्तोत्र। दाल्भ्य ऋषि ने पुलस्त्य ऋषि से प्रश्न सभी प्रकार से मंगलकारी और दुःस्वप्नन नाशक, अरिष्टनिवारक स्तोत्र के बारे में पूछा तो पुलस्त्य ऋषि ने माङ्गल्यस्तव का वर्णन किया और फलश्रुति में सभी प्रकार से मंगलकारी और दुःस्वप्नन नाशक आदि भी बताया। यहां मंगलकारी विष्णु स्तोत्र (vishnu stotra) संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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