लेकिन जो व्यापार किसी एक वस्तु का हो जैसे – लोहा, वस्त्र, पुस्तक, मेडिकल तो उसके एक ही मुख्य ग्रह होते हैं। अलग-अलग वस्तुओं एवं उनके ग्रहों की चर्चा तो अन्य आलेख में करेंगे। कुंडली में सप्तमेश व्यापार का कारक होता है। कुंडली का भी अवलोकन अवश्य करना चाहिये यदि सप्तमेश कमजोर होगा तो व्यापार की वृद्धि में समस्या होगी। सप्तमेश मारक भी होता है अतः सप्तमेश का रत्न (Stone) धारण नहीं करना चाहिये, मंत्र जप, पूजा, हवन, दान आदि के द्वारा कमजोर सप्तमेश का उपचार करना चाहिये।
व्यापार में वृद्धि के लिए मंत्र
व्यापार में विशेष वृद्धि प्राप्त करने के लिये व्यापार की वस्तु के जो ग्रह हों उनका मंत्र विशेष लाभकारी होता है।
सभी प्रकार की वस्तुओं एवं उसके ग्रहों, यंत्रों, मंत्रों की विस्तृत जानकारी के लिये इस पोस्ट को पढ़ें।
कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।
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