जानकी सहस्रनाम स्तोत्र – Janaki Sahasra Nama Stotram

जानकी सहस्रनाम स्तोत्र - Janaki Sahasra Nama Stotram

योगेश्वर कविकृत श्रीजानकी चरितामृत में जानकी सहस्रनाम स्तोत्र (Janaki Sahasra Nama Stotram) मिलता है। देवी-देवताओं के सहस्रनाम स्तोत्र का आध्यात्मिक महत्व तो होता ही है अर्थात पूजा-पाठ-हवन आदि में आवश्यकता होती है, इसके साथ ही व्यावहारिक महत्व भी अत्यधिक होता है। हम आज पा रहे हैं कि माता-पिता अपने बच्चों का क्या नाम रखें यह भी नहीं समझ पाते हैं और न जाने क्या-क्या नाम रख देते हैं। यदि देवी-देवताओं के सहस्रनामों का अवलोकन करें तो हमें नाम संबंधी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। यहां जानकी सहस्रनाम स्तोत्र संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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