गणेश हृदय स्तोत्र – Ganesh Hriday Stotaram

गणेश हृदय स्तोत्र - Ganesh Hriday Stotaram

आत्मकल्याण के लिये साधना पूर्वक आध्यात्मिक उन्नति करने की आवश्यकता होती है। आध्यात्मिक उन्नति हेतु यह आवश्यक नहीं है कि किसी विशेष देवता को ही इष्ट बनाया जाय, अपितु पंचदेवता में से किसी को भी इष्ट बनाया जा सकता है। किन्तु जिनको भी इष्ट बनाया जाता है उनकी अराधना में हृदय स्तोत्र का विशेष महत्व होता है। हृदय स्तोत्र के बिना साधना पथ पर आगे बढ़ाना संभव नहीं होता है। जो प्रथम पूज्य गणेश की साधना करना चाहते हैं उनके लिये गणेश हृदय स्तोत्र का विशेष महत्व हो जाता है और यहां दिया गया है।

गणेश हृदय स्तोत्र – Ganesh Hriday Stotaram

प्रथम पूज्य गणपति के स्तोत्र-कथा आदि विशेष रूप से गणेश पुराण और मुद्गल पुराण से प्राप्त होते हैं। यहां जो गणेश हृदय स्तोत्र दिया गया है वह मुद्गल पुराण से लिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।


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