गोपी गीत संस्कृत में – gopi geet in sanskrit

गोपी गीत संस्कृत में - gopi geet in sanskrit

श्रीमद्भागवत महापुराण में तीन गीत हैं जिनमें से एक है गोपी गीत। यह उस प्रसंग से सम्बंधित है जब रासक्रीड़ा में एक गोपी को किंचित अहंकार होने से भगवान श्रीकृष्ण चले गये और ढूंढने से भी मात्र उनके चरण-चिह्न ही दिखे किन्तु वो नहीं दिखे। तब व्याकुल गोपियों ने गायन करते हुये भगवान की जो करुण पुकार की वही गोपी गीत नाम से जानी जाती है। यहां गोपी गीत संस्कृत में (gopi geet in sanskrit) में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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