काली शतनाम स्तोत्र संस्कृत में – 4 kali shatnam stotram

काली शतनाम स्तोत्र संस्कृत में - kali shatnam stotram

माता काली के उपासकों हेतु यहां 4 पृथक-पृथक काली शतनाम स्तोत्र दिये गये हैं। सभी स्तोत्रों का अपना महत्व होता है और गुरु के माध्यम से जो मंत्र-स्तोत्रादि प्राप्त होता है अथवा जिसका उपदेश मिलता है वही फलदानदायक होता है।

सर्वप्रथम बृहन्नीलतन्त्रोक्त काली शतनाम स्तोत्र दिया गया है तत्पश्चात महानिर्वाणतन्त्रोक्त करारकूटघटितं कालिका शतनाम स्तोत्र, फिर मुण्डमालातन्त्रोक्त ककारादि काली शतनाम स्तोत्र, पुनः दक्षिण कालिका शतनाम स्तोत्र दिया गया है। सभी स्तोत्र संस्कृत में दिये गये हैं।

॥ इति श्रीबृहन्नीलतन्त्रे भैरवपार्वतीसंवादे कालीशतनामनिरूपणं त्रयोविंशः पटलः ॥२३॥

करारकूटघटितं कालिका शतनामस्तोत्रम् – महानिर्वाणतन्त्रोक्त ॥

फलश्रुति : ककारकूटकीर्त्तनफलं

ककारादि काली शतनाम स्तोत्रम्

दक्षिण कालिका शतनाम स्तोत्र

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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