मकर संक्रांति का क्या अर्थ है ?
मकर संक्रांति का अर्थ है सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना। कुल 12 राशियां हैं – मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ और मीन। प्रत्येक राशि में सूर्य लगभग एक महीने रहते हैं और ज्योतिष में उसे सौर मास की संज्ञा दी जाती है। मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं और इस सौर मास का नाम माघ होता है।
मकर संक्रांति क्यों मनाते हैं ?
मकर संक्रांति का महत्व : शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति का विशेष महत्व होता है।
- सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो देवताओं का दिन आरम्भ होता है।
- सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो उत्तरायण का आरम्भ होता है।
- मकर राशि के अधिपति शनि हैं जो की सूर्य के पुत्र हैं।
- मकर संक्रांति में किया गया स्नान-दान विशेष पुण्यदायक होता है।
उपरोक्त चर्चा से समझा जा सकता है और अन्य समझदार यजमानों को समझाया भी जा सकता है। लेकिन नासमझ को या जो जानबूझ कर बहस करने वाला व्यक्ति हो उसे नहीं समझाया जा सकता है।
Discover more from संपूर्ण कर्मकांड विधि
Subscribe to get the latest posts sent to your email.