यहां पढ़ें चंडिका स्तोत्र संस्कृत में – chandika stotram

यहां पढ़ें चंडिका स्तोत्र संस्कृत में - chandika stotram

चण्डिका माता दुर्गा का ही एक विशेष रूप है किन्तु सामान्य जन एक स्वरूप दुर्गा में ही सभी को देखते हैं और यह शास्त्र-सम्मत ही है। श्री दुर्गा सप्तशती में भगवती की ही उक्ति है “एकैवाहं जगत्सर्वं” और यह भगवती का यह एकत्व सामान्य जनों में रहता है। तथापि जब भिन्न-भिन्न स्वरूपों के मंदिर होते हैं तो वहां तदनुसार भावना भी प्रकट होती है। मां चण्डिका का एक प्राचीन मंदिर चाक (मटिहानी, बेगूसराय) में भी है जिसका जीर्णोद्धार भी किया गया है। यहां चंडिका स्तोत्र, चण्डिका अष्टक, चण्डिका हृदय स्तोत्र (chandika stotram) संस्कृत में दिया गया है।

चण्डिका हृदय स्तोत्र

चण्डिका प्रातःस्मरणम् स्तोत्र

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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