सीता शतनाम स्तोत्र – sita ashtottara shatanama stotram

सीता शतनाम स्तोत्र - sita ashtottara shatanama stotram

यहां माता सीता के दो प्रमुख अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र (sita ashtottara shatanama stotram) आनन्द रामायणोक्त और ब्रह्मयामलोक्त दिया गया है। आनन्द रामायणोक्त सीता शतनाम स्तोत्र अगस्त्य जी द्वारा कहा गया है जिसमें कुल २२ श्लोक हैं एवं ब्रह्मयामलोक्त सीता शतनाम स्तोत्र में कुल १८ श्लोक हैं।

ब्रह्मयामलोक्त सीता अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्र

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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