यहां पढ़ें अर्द्धनारीश्वर सहस्रनाम स्तोत्र संस्कृत में – ardhnarishwar sahasranam

यहां पढ़ें अर्द्धनारीश्वर सहस्रनाम स्तोत्र संस्कृत में - ardhnarishwar sahasranam

सुखमय दाम्पत्य जीवन के लिये मार्ग प्रदर्शन करते हुये भगवान शिव और माता पार्वती एकाकार हो गये। सामान्य मनुष्यों को भी सुखमय दाम्पत्य जीवन हेतु एकमना होना आवश्यक होता है। वर्त्तमान काल में भिन्नमना, स्वतंत्रता आदि का कुतर्क करते हुये सामान्य लोगों के दामपत्य जीवन को नारकीय बनाया जा रहा है। परिवार में सुख-शांति हेतु यह आवश्यक है कि पति-पत्नी के विचार समान हों। दामपत्य जीवन में सुख-शांति की कामना हो तो अर्द्धनारीश्वर की उपासना करते हुये एकमना होना चाहिये। यहां अर्द्धनारीश्वर सहस्रनाम स्तोत्र (ardhnarishwar sahasranam) संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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