कलश स्थापना विधि और मंत्र – kalash sthapana 1st Day

कलश स्थापन पूजन विधि

यदि आप नवरात्रि में किये जाने वाले कलश स्थापन-पूजन विधि को पढ़ना चाहते हैं तो इस आलेख को पढ़ें। इस आलेख में नवरात्रि के प्रथम दिन अर्थात प्रतिपदा को की जाने वाली संपूर्ण पूजा विधि दी गयी है : नवरात्रि पूजन विधि कलश स्थापन विधि, दुर्गा पूजन

आवाहन

अक्षत पुष्प लेकर कलश में वरुण का आवाहन करें :-

कलशस्थितदेवानां नदीनाम् तीर्थानाम् च आवाहनम् :- (अक्षत पुष्प लेकर कलश में अन्य देवताओं का भी आवाहन करें) – अगले मन्त्रों का उच्चारण कर अक्षत छोड़ते जायें :

अक्षतान् गृहीत्वा प्राणप्रतिष्ठां कुर्यात् (अक्षत पुष्प से प्राण-प्रतिष्ठा करें) :

षोडशोपचारै: पूजनम् कुर्यात् :- मिथिला में ॐ  वरुणाद्यावाहितदेवताभ्यो नम: के स्थान पर “ॐ वरुणाद्यधिष्ठित शांतिपूर्ण कलशगणेशाय नमः” का प्रयोग होता है। और गणेशाम्बिका पूजन को भी इसी में समाहित माना जाता है। वैदिक ऋचाओं से पूजन विधि अन्यत्र दी गयी है, यहाँ केवल नाममंत्र दिया जा रहा है।  यदि वैदिक ऋचाओं का भी उपयोग करना हो तो कर सकते हैं।

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