मेरे पास किराने की दुकान है, व्यापार वृद्धि के उपाय कौन से हैं

मेरे पास किराने की दुकान है, व्यापार वृद्धि के उपाय कौन से हैं ?

सबसे अधिक किराने की दुकाने ही खुलती हैं। यदि किसी के पास किराने की दुकान हो तो वह दैवीय अनुकूलता प्राप्त करके विकास करने के लिये सही से निर्णय भी नहीं ले पाता कि उसके सर्वाधिक उपर्युक्त पूजा-यंत्र-मंत्र आदि क्या हैं ? उसे कौन-कौन से उपाय करने चाहिये ? इस आलेख में किराने की दुकान के लिये सर्वाधिक अनुकूल व्यापार वृद्धि उपाय की चर्चा की गयी है।

मेरे पास किराने की दुकान है, व्यापार वृद्धि के उपाय कौन से हैं

मेरे पास तो किराने की दुकान है जिसमें बहुत सारे सामान हैं। किसी एक ग्रह से संबंधित नहीं हैं तो मैं व्यापार वृद्धि का कौन सा उपाय करुं ? किस ग्रह का यंत्र, मंत्र ग्रहण करना चाहिए ? किराने की दुकान यानि जनरल स्टोर वालों के साथ इस प्रकार की स्थिति हो सकती है क्योंकि किसी एक वस्तु का व्यवसाय हो तब तो एक व्यापार वृद्धि के लिए एक ग्रह उपास्य होंगे, किन्तु बहुत वस्तुओं का व्यापार होने पर किसी एक को उपास्य कैसे माना जाएगा।

मेरे पास किराने की दुकान है

किराना दुकान का सामान – इस लेख में इसी विषय पर विचार किया गया है कि यदि बहुत सारे वस्तुओं वाले किराने की दुकान हो तो कारोबार बढाने के लिए कौन से ग्रह उपास्य होंगे?

सर्वप्रथम बिना कुण्डली देखे या जिसके पास कुण्डली अनुपलब्ध हो तो बुध उपास्य होंगे। व्यापार बढाने के लिये किराने की दुकान में पूजा स्थान पर बुध यंत्र की स्थापना करके नित्य पूजा करनी चाहिए और बुध मंत्र-स्तोत्र आदि जप करना चाहिए।

अब पुनः प्रश्न आता है कि बुध ही क्यों? वास्तव में बुध व्यापार या कारोबार का कारक ग्रह है और इसी कारण व्यापारिक उन्नति के लिए बुध उपास्य ग्रह है। किसी भी विषय में लाभ हेतु उसके कारक ग्रह की अनुकूलता विशेष रूप से अपेक्षित होती है। जिस चीज के कारक ग्रह प्रतिकूल हों उसमें अन्य उपायों से वांछित लाभ नहीं मिल सकता।बुध के देवता भगवान विष्णु हैं इसलिए विष्णु उपासना से भी बुध संबंधित शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

ज्योतिष और ग्रहों के प्रभाव के महत्व को इस उदाहरण द्वारा भलीभांति समझा जा सकता है:-

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