विवाह मुहूर्त – Vivah Muhurt

विवाह मुहूर्त - Vivah Muhurt
  • इस प्रकार विवाह मुहूर्त में न्यूनतम विचार अवश्य करे।
  • मुहूर्त एक सीमित काल दिन में दिन का और रात में रात्रि का पन्द्रहवां भाग होता है। मुहूर्त का औसत मान लगभग 48 मिनट होता है।
  • एक मुहूर्त में 2 घड़ी होते हैं।
  • मुहूर्त विचार का तात्पर्य यदि सम्पूर्ण शुभकाल उपलब्ध न हो तो मुहूर्त मात्र का शोधन करे।
  • तथापि जब शुभ मुहूर्त शोधन की बात आती है तो उसका तात्पर्य इस मुहूर्त मान से पृथक होता है; और वह है वार, तिथि, नक्षत्रादि से उपर्युक्त निर्धारित दिन।
  • विवाह में उपरोक्त विचारों के अतिरिक्त लग्न का शोधन विशेष होता है जिसे विवाह लग्न कहा जाता। लगन शब्द लग्न का ही बोधक है अतः शुभ लग्न निर्धारण करना महत्वपूर्ण होता है।

April 2024 विवाह मुहूर्त

संवत्सर 2080 – 81, चैत्र कृष्ण सप्तमी सोमवार से वैशाख कृष्ण सप्तमी मङ्गलवार तक | 13 अप्रैल तक खरमास – अशुद्ध काल तत्पश्चात शुद्ध |

  1. 18 अप्रैल गुरुवार – चैत्र शुक्ल दशमी-एकादशी, मघा नक्षत्र प्रातः 7:56 से, मघा में विवाह। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  2. 19 अप्रैल शुक्रवार – चैत्र शुक्ल एकादशी-द्वादशी, मघा नक्षत्र पूर्वाह्ण 10:56 तक, मघा में विवाह। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  3. 21 अप्रैल रविवार – चैत्र शुक्ल त्रयोदशी रात 1:11 बजे तक, नक्षत्र – उ.फा. & हस्त, त्रयोदशी में विवाह। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  4. 24 अप्रैल बुधवार – वैशाख कृष्ण प्रतिपदा, स्वाती नक्षत्र रात 2:39 बजे तक, स्वाती में विवाह। बनारसी पञ्चाङ्ग में उपलब्ध।
  5. 25 अप्रैल गुरुवार – वैशाख कृष्ण प्रतिपदा-द्वितीया, अनुराधा नक्षत्र रात 2:23 बजे से, अनुराधा में विवाह। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  6. 26 अप्रैल शुक्रवार – वैशाख कृष्ण द्वितीया-तृतीया, अनुराधा नक्षत्र रात 3:39 बजे तक, अनुराधा में विवाह। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  7. 28 अप्रैल रविवार – वैशाख कृष्ण चतुर्थी, पञ्चमी प्रातः 8:21 बजे से, मूल नक्षत्र रात 4:48 बजे तक, पञ्चमी-मूल में विवाह। मिथिलादेशीय पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।

मई 2024 विवाह मुहूर्त

संवत्सर 2081, वैशाख कृष्ण सप्तमी बुधवार से ज्येष्ठ कृष्ण अष्टमी शुक्रवार तक | 2 मई से गुरु क्षीण अशुद्धारम्भ |

मई 2024 में 2 मई से अशुद्धारम्भ हो रहा है अतः आगे सभी प्रकार के शुभकार्य वर्जित हैं। मई 2024 में मात्र 1 मई को ही विवाह का नक्षत्रादि प्राप्त होता है।

  • 1 मई बुधवार – वैशाख कृष्ण अष्टमी रात 4:10 बजे तक, श्रवण नक्षत्र, अष्टमी तिथि में विवाह। मिथिलादेशीय पञ्चाङ्गों में विवाह हेतु अष्टमी को ग्रहण किया गया है।

जून 2024 विवाह मुहूर्त

जून 2024 सम्पूर्ण मास गुरु और शुक्र के अस्त होने के कारण अशुद्ध मास है और जून 2024 के लिये किसी पञ्चाङ्ग में कोई विवाह मुहूर्त नहीं।

जुलाई 2024 विवाह मुहूर्त

संवत्सर 2081, आषाढ़ कृष्ण दशमी सोमवार से श्रावण कृष्ण एकादशी बुधवार तक | देवशयनी एकादशी 17 जुलाई 2024, बुधवार से चातुर्मास्य आरम्भ, मङ्गलकार्य वर्जित | 5 जुलाई तक अशुद्ध मास, 6 जुलाई से शुद्ध मास |

  1. 10 जुलाई बुधवार – आषाढ़ शुक्ल चतुर्थी 7:51 प्रातः तक; तत्पश्चात पञ्चमी तिथि, मघा 10:14 बजे पूर्वाह्न तक, विवाह पञ्चमी तिथि और मघा नक्षत्र में। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  2. 11 जुलाई गुरुवार – आषाढ़ शुक्ल पञ्चमी पूर्वाह्न 10:03 बजे तक तदुपरि षष्ठी तिथि, पूर्वाफाल्गुनी मध्याह्न 1:03 बजे तक तदुपरि उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में विवाह। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  3. 12 जुलाई शुक्रवार – आषाढ़ शुक्ल षष्ठी मध्याह्न 12:32 बजे तक, नक्षत्र उत्तराफाल्गुनी सायाह्न 4:08 बजे तक तदुपरि हस्त नक्षत्र, विवाह सम्पूर्ण दिन। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।

नवम्बर 2024 विवाह मुहूर्त

संवत्सर 2081, कार्तिक कृष्ण अमावास्या शुक्रवार से मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशी शनिवार तक | देवोत्थान एकादशी मंगलवार, 12 नवंबर 2024 को चातुर्मास्य समाप्त।

  • 18 नवंबर सोमवार – मार्गशीर्ष कृष्ण तृतीया 6:55 संध्या तक; तत्पश्चात चतुर्थी तिथि, मृगशिरा नक्षत्र अपराह्न 3:४८ बजे तक, विवाह तृतिया तिथि और मृगशिरा नक्षत्र में। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  • 22 नवंबर शुक्रवार – मार्गशीर्ष कृष्ण सप्तमी संध्या 6:07 बजे तक तदुपरि अष्टमी तिथि, अश्लेषा नक्षत्र संध्या 5:09 बजे तक तदुपरि मघा नक्षत्र, मघा नक्षत्र में विवाह। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  • 25 नवंबर सोमवार – मार्गशीर्ष कृष्ण दशमी रात्रि 1:01 बजे तक, नक्षत्र उत्तराफाल्गुनी रात्रि 1:23 बजे तक तदुपरि हस्त नक्षत्र, विवाह एकादशी तिथि-उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में, हस्त में मध्यम। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  • 27 नवंबर बुधवार – मार्गशीर्ष कृष्ण द्वादशी अहोरात्र, नक्षत्र चित्रा अहोरात्र, विवाह दिवारात्रौ। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।

दिसंबर 2024 विवाह मुहूर्त

संवत्सर 2081, मार्गशीर्ष कृष्ण अमावास्या रविवार से पौष शुक्ल प्रतिपदा मंगलवार तक ।

  • 1 दिसंबर रविवार – मार्गशीर्ष कृष्ण अमावस्या मध्याह्न 11:50 बजे तक तत्पश्चात मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिपदा, नक्षत्र अनुराधा अपराह्न 2:23 बजे तक तत्पश्चात ज्येष्ठा, विवाह प्रतिपदा-अनुराधा में। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  • 2 दिसंबर सोमवार – मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिपदा मध्याह्न 12:43 बजे तक तत्पश्चात द्वितीया, नक्षत्र ज्येष्ठा अपराह्न 3:45 बजे तक तत्पश्चात मूल, विवाह मूल में। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  • 5 दिसंबर गुरुवार – मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्थी मध्याह्न 12:49 बजे तक तत्पश्चात पंचमी, नक्षत्र उत्तराषाढ़ संध्या 5:26 बजे तक तत्पश्चात श्रवण, विवाह पंचमी में। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  • 6 दिसंबर शुक्रवार – मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी मध्याह्न 12:07 बजे तक तत्पश्चात षष्ठी, नक्षत्र श्रवण संध्या 5:17 बजे तक तत्पश्चात धनिष्ठा, विवाह दिवारात्रौ। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।
  • 11 दिसंबर बुधवार – मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी रात्रि 1:09 बजे तक तत्पश्चात द्वादशी, नक्षत्र रेवती मध्याह्न 11:47 बजे तक तत्पश्चात अश्विनी, विवाह दिवारात्रौ। मिथिलादेशीय और बनारसी पञ्चाङ्गों में ग्राह्य।

चातुर्मास्य : हरिशयनी एकादशी 17 जुलाई 2024, बुधवार से चातुर्मास्य आरम्भ होगा और देवोत्थान एकादशी 12 नवम्बर मङ्गलवार तक रहेगा। अतः 17 जुलाई 2024 से 12 नवम्बर 2024 तक विवाहादि मङ्गलकार्य निषिद्ध होने से विवाह मुहूर्त का अभाव है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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