त्रिक/त्रीतर (तेतर दोष) शांति विधि – trik shanti puja
तीन पुत्री के पश्चात् यदि पुत्र का जन्म हो अथवा तीन पुत्र के पश्चात् पुत्री का जन्म हो तो उसे त्रिक कहा जाता है जिसे बोलचाल में तेतर या तेतरी भी कहा जाता है। ऐसा जन्म होना (तेतर दोष) शास्त्रों में अनिष्टकारक बताया गया है और अनिष्ट निवारण के लिये त्रिक प्रसव की शांति (trik shanti puja) करनी पड़ती है जिसे त्रिक प्रसव शांति कहते हैं। यहां इस विषय की प्रामाणिक चर्चा की गयी है।