कृष्ण अष्टोत्तर शतनाम – krishna ashtottara satanam

कृष्ण अष्टोत्तर शतनाम - krishna ashtottara satanam

नारद पञ्चरात्र में भगवान श्री कृष्ण का अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र मिलता है श्री शेष कृत है। इस अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र का बहुत ही विशेष फल बताया गया है। अन्य सभी प्रकार के पुण्यप्रद कर्मों से कड़ोरों गुणित फल इसका कहा गया है। इसकी एक बड़ी विशेषता जो बताई गयी है वो है बालक और गोवंश के लिये पुष्टिकारक होना। यहां नारद पञ्चरात्र में वर्णित कृष्ण अष्टोत्तर शतनाम (krishna ashtottara satanam) संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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