यहां पढ़ें 11 महत्वपूर्ण शिव स्तुति संस्कृत में – shiv stuti

यहां पढ़ें 11 महत्वपूर्ण शिव स्तुति संस्कृत में - shiv stuti

शिव का अर्थ ही कल्याणकारी होता है। अनेकानेक पुराणों में भगवान शिव की स्तुतियां वर्णित है और इतनी संख्या में है कि यदि गिनती करने लगें तो कठिन हो जायेगा फिर सबका पाठ करना तो सोचने की बात होगी। अस्तु प्रमुख स्तुतियों का चयन तो किया ही जा सकता है जैसे ब्रह्मा कृत, विष्णु कृत, पार्वती कृत, प्रसूति कृत, शिलाद कृत, मृकण्डु कृत आदि इस प्रकार विभिन्न पुराणों और शिवरहस्य में वर्णित प्रमुख शिव स्तुतियों का यहां संग्रह किया गया है। यहां 11 महत्वपूर्ण शिव स्तुति (shiv stuti) संस्कृत में दिया गया है।

यहां प्रमुख ग्यारह शिव स्तुति जो दिये गए हैं वो हैं : सौरपुराणोक्त कुबेर कृत शिव स्तुति, बृहद्धर्मपुराणोक्त प्रसूति (दक्षपत्नी) कृत शिव स्तुति, वराहपुराणोक्त देव कृत शिव स्तुति, नटराजाष्टकं, ब्रह्माण्डपुराणोक्त परशुराम कृत शिव स्तुति, शिवरहस्योक्त पार्वती कृत शिव स्तुति, कालिकापुराणोक्त ब्रह्मा कृत शिव स्तुति, शिवरहस्योक्त भगीरथ कृत शिव स्तुति, शिवरहस्योक्त मृकुण्डु कृत शिव स्तुति, शिवरहस्योक्त विष्णु कृत शिव स्तुति और शिवरहस्योक्त शिलाद कृत शिव स्तुति। सभी स्तुति संस्कृत में हैं।

1 ~ सौरपुराणोक्त कुबेर कृत शिव स्तुति

2 ~ बृहद्धर्मपुराणोक्त प्रसूति (दक्षपत्नी) कृत शिव स्तुति

3 ~ वराहपुराणोक्त देव कृत शिव स्तुति

4 ~ नटराजाष्टकं

5 ~ ब्रह्माण्डपुराणोक्त परशुराम कृत शिव स्तुति

6 ~ शिवरहस्योक्त पार्वती कृत शिव स्तुति

7 ~ कालिकापुराणोक्त ब्रह्मा कृत शिव स्तुति

8 ~ शिवरहस्योक्त भगीरथ कृत शिव स्तुति

9 ~ शिवरहस्योक्त मृकुण्डु कृत शिव स्तुति

10 ~ शिवरहस्योक्त विष्णु कृत शिव स्तुति

11 ~ शिवरहस्योक्त शिलाद कृत शिव स्तुति

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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