मंडप स्थापना – मंडप पूजन विधि

मंडप स्थापना – मंडप पूजन विधि | Mandap Sthapna

मंडप स्थापना – मंडप पूजन विधि | Mandap Sthapna : मंडप, एक धार्मिक कार्यक्रमों के लिए अस्थायी पूजा स्थल होता है, जिसमें चारों ओर द्वार होते हैं और बांस, काश, मूंज की डोरी का इस्तेमाल होता है। श्राद्ध को छोड़कर बाकी सब मंडपों का स्थापना शुभ मुहूर्त में की जाती है। विवाह और उपनयन के मंडप में कम से कम पांच स्तंभ होने चाहिए, जबकि रामार्चा मंडप में कम से कम बारह स्तंभ होने चाहिए।

Read More
दुर्गा पूजा विधि मंत्र सहित

दुर्गा पूजा विधि मंत्र सहित

दुर्गा पूजा विधि – ॐ अद्यैतस्य ब्रह्मणोह्नि द्वितीय परार्द्धे ……… सपरिवारस्योपस्थित शरीराविरोधेन महाभयाभावपूर्वक विपुलधन धान्य सुतान्विताऽतुल विभूति चतुर्वर्ग फलप्राप्तिपूर्वक सर्वाऽरिष्ट निवारणार्थं सकल मनोरथ सिद्ध्यर्थं श्रीदुर्गायाः प्रीत्यर्थं साङ्गसायुधसवाहन सपरिवारायाः भगवत्याः श्रीदुर्गादेव्याः पूजनमहं करिष्ये ।

Read More
सत्यनारायण पूजा विधि मंत्र सहित

सत्यनारायण पूजा विधि मंत्र सहित – Satyanarayan Puja Vidhi

सत्यनारायण पूजा विधि मंत्र सहित – Satyanarayan Puja Vidhi : १. पवित्रीकरण मंत्र : ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थाङ्गतोऽपि वा। य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: बाह्याऽभंतर: शुचि:॥ ॐ पुण्डरीकाक्षः पुनातु ॥ हाथ में गंगाजल/जल लेकर इस मंत्र से शरीर और सभी वस्तुओं पर छिड़के ।२. आसन पवित्रीकरण मंत्र : ॐ पृथ्वि त्वया धृता लोका देवि त्वं विष्णुनाधृता। त्वं च धारय मां देवि पवित्रं कुरु चासनम्॥ इस मंत्र से आसन पर जल छिड़क कर आसनशुद्धि करें।

Read More
सत्यनारायण पूजा सामग्री

सत्यनारायण पूजा सामग्री एवं नियम

सत्यनारायण पूजा सामग्री : कलयुग में भगवान सत्यनारायण की पूजा का विशेष महत्व कहा गया है। सत्यनारायण पूजा को शीघ्र फल प्रदान करने वाला भी कहा गया है। भगवान विष्णु ने नारद को सत्यनारायण-व्रत-पूजा का महत्व बताते हुये स्वयं कहा है – सत्यनारायणस्येदं व्रतं सम्यग्विधानतः। कृत्वा सद्यः सुखं भुक्त्वा परत्र मोक्षमालभेत्।।

Read More
षोडशोपचार पूजन विधि मंत्र - क्या है ?

षोडशोपचार पूजन विधि मंत्र – क्या है ?

षोडशोपचार पूजन विधि में 16 उपचारों से पूजा की जाती है।

पूजा की कई विधियां हैं जिनमें दो मुख्य हैं पञ्चोपचार एवं षोडशोपचार।

प्रधान देवता की षोडशोपचार पूजा ही करनी चाहिये।

षोडशोपचार पूजा में 16 उपचारों से; जो कि शास्त्रवर्णित है कम या हटकर नहीं होनी चाहिये।

Read More
सरल पूजा विधि

सरल पूजा विधि या दैनिक पूजा विधि

सरल पूजा विधि या दैनिक पूजा विधि : सरल पूजा विधि वह होती है, जिसमें ब्राह्मणों और मंत्रों की आवश्यकता नहीं होती और उपलब्ध सामग्री से पूजा की जा सकती है। इसे दैनिक पूजा विधि भी कहा जाता है। स्थान की सफाई, पवित्र और धुले वस्त्रों में पूजा करना, और दैनिक पूजा एक निर्धारित समय और स्थान पर करना कुछ मूल नियम होते हैं। पूजा के समय आत्मा को संसार से उन्मुक्त करके, भगवान में लगाना चाहिए। दैनिक पूजा में सरलता एवं शास्त्रानुसार पञ्चोपचार पूजा विधि को माना जाता है, जहाँ चंदन, पुष्प, धूप, दीप और नैवेद्य का ही उपयोग होता है।

Read More
देवोत्थान-एकादशी-पूजा-विधि-एवं-मंत्र

देवोत्थान एकादशी पूजा विधि एवं मंत्र – Dev uthani ekadashi mantra

देवोत्थान एकादशी पूजा विधि एवं मंत्र – Dev uthani ekadashi mantra : पहले पूजा की तैयारी कर लें। चौक पूरकर (रंगोली सजाकर) एक चौकी या पीढिया पर चारों कोने में दीप जलाकर बीच में ताम्रपात्र में शालिग्राम (अथवा विष्णु प्रतिमा हो या पान पर सुपारी और तिलपुंज बनाकर) स्थापित करें।

Read More
छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनायें

छठ व्रत की पूजा विधि

2023 में छठ व्रत की पूजा विधि में विशेष नियम के अनुसार, सप्तमी तिथि सूर्योदय से पहले ही समाप्त हो जाएगी और अगले दिन, 20/11/2023 सोमवार को, सूर्योदय से पहले ही अष्टमी आरंभ हो जाएगी। इसलिए, सूर्योदय से पहले ही प्रातः कालीन अर्घ्य दिया जाएगा। यह निर्देश सभी पंचांगों में स्पष्ट रूप से दिया गया है। इस वर्ष की छठ पूजा की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं, आपके जीवन में सुख-शांति-समृद्धि की कामना की जाती है।

Read More
छठ पूजा कब है 2024 – छठ पूजा क्यों मनाई जाती है ?

छठ पूजा विधि : Day 1 and 2

इस आलेख में छठ पूजा विधि बतायी गयी है एवं पूजा के मंत्र भी दिये गये हैं। इसमें छठ व्रत, नहाय-खाय, खरना, सायंकाल और प्रातः काल की पूजा तथा अर्घ्य दान, नमस्कार और विसर्जन की विधि का उल्लेख है। मंत्र समेत यह पूजा विधि, आधी हिंदू धर्म और संस्कृति में बहुत ही महत्त्वपूर्ण होती है। सूर्य को प्रत्यक्ष जल देने की अनुशंसा भी की गई है।

Read More
काली पूजा विधि

मां काली की पूजा कैसे करें

मां काली की पूजा कैसे करें : कार्तिक कृष्ण अमावस्या के दिन अर्द्धरात्रि में काली/श्यामा पूजा की जाती है। यह पूजा विशेषतः मंदिरों में प्रतिमा बनाकर की जाती है। दीपावली की रात घरों में लोग लक्ष्मी पूजा करते हैं लेकिन काली उपासक माता काली की पूजा भी घर में करते हैं। काली माता की पूजा के सभी मंत्र यहां दिये गये हैं। सभी मंत्र संस्कृत में हैं।

Read More