कामकला काली सहस्रनाम स्तोत्र – kamkala kali sahasranam

कामकला काली सहस्रनाम स्तोत्र - kamkala kali sahasranam

कामकला काली भी माता काली के एक विशेष रूपों में उपास्या हैं। कामकला नाम से एक भ्रम उत्पन्न होता है कि काम-वासनाओं संबंधी कामना से संबंध हो सकता है और यदि तांत्रिक व जटिल पद्धति न होती तो वर्त्तमान के ज्योतिषी, मीडिया आदि युवाओं को कामकला के मंत्र, स्तोत्र आदि के लिये ही प्रेरित कर रहे होते किन्तु ऐसा है नहीं। कामकला काली भी माता काली का ही एक रूप है जो सभी प्रकार की कामनाओं, पुरुषार्थों को सिद्ध करती हैं। यहां कामकला काली सहस्रनाम (kamkala kali sahasranam) स्तोत्र दिया गया है।

॥ इति महाकालसंहितायां कामकलाखण्डे द्वादशपटले श्रीकामकलाकालीसहस्रनामस्तोत्रं संपूर्णम् ॥

“आप्नोति धार्मिको धर्मानर्थानाप्नोति दुर्गतः । मोक्षार्थिनस्तथा मोक्षं कामुका कामिनीं वराम् ॥” कामकला काली की उपासना में काम तो विशेष लक्षित होता ही है इसके साथ ही यहां स्पष्ट रूप से ज्ञात होता है कि धर्म की इच्छा होने पर धर्म, अर्थ की कामना होने पर अर्थ, मोक्ष की कामना होने पर मोक्ष की भी प्राप्ति होती है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

Leave a Reply