श्रीशङ्कराचार्यविरचित अच्युताष्टकम् – achyutashtakam

श्रीशङ्कराचार्यविरचित अच्युताष्टकम् - achyutashtakam

श्री शङ्कराचार्यविरचित अच्युताष्टक जिसकी प्रथम पंक्ति है “अच्युतं केशवं रामनारायणं कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम्” और सभी श्रद्धालु बड़े भक्ति-भाव से इसका पाठ-गायन करते हैं। भगवान विष्णु-राम-कृष्ण की पूजा हो और स्तोत्र पाठ करना हो तो सर्वप्रथम अच्युताष्टकम् ही ध्यान में आता है। यहां श्री शङ्कराचार्यविरचित अच्युताष्टकम् (achyutashtakam) संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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