सुभद्राकृत अनन्तस्तव (अनंत स्तोत्र) – Anantastava

सुभद्राकृत अनन्तस्तव (अनंत स्तोत्र) - Anantastava

अनन्त भगवान विष्णु का ही नाम है, जब अर्जुन ने भगवान श्री कृष्ण से पूछा था कि अनंत कौन हैं तो भगवान श्रीकृष्ण ने कहा था मैं ही अनंत हूँ। भगवान अनंत की पूजा अनंत चतुर्दशी को की जाती है और अनंत धारण भी किया जाता है। अनंत भगवान की पूजा में स्तोत्रादि की जब आवश्यकता होती है तो सरलता से मिलना कठिन होता है। यहां सुभद्रा कृत सुभद्राकृत अनंत स्तोत्र जिसे अनन्तस्तव ( Anantastava) नाम से जाना जाता है संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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