गरुडपुराणोक्त अच्युत स्तोत्र – achyut stotra

गरुडपुराणोक्त अच्युत स्तोत्र - achyut stotra

भगवान विष्णु का ही एक नाम है अच्युत, वह जो कभी च्युत न हो अच्युत कहलाता है। भगवान विष्णु के अच्युत नाम से स्तोत्र भी मिलते हैं और अच्युत स्तोत्र गरुड़पुराण में वर्णित है। यह स्तोत्र नारद जी के प्रश्न करने पर ब्रह्मा द्वारा वर्णित है जिसे चक्रधर स्तोत्र भी कहा जाता है। यहां गरुडपुराणोक्त अच्युत स्तोत्र (achyut stotra) संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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