वामन विश्वरूप वर्णन – vamana vishwarup

वामन विश्वरूप वर्णन - vamana vishwarup

पुराणों में वर्णित वामन अवतार की कथा के अनुसार जब राजा बलि ने भगवान वामन को तीन पग भूमि दान करने का संकल्प करके उन्हें मापने के लिये कहा तो उन्होंने अपनी देह का विस्तार करना आरम्भ कर दिया और इतना विस्तार किया कि दूसरे ही पग में सभी लोकों को नाप लिया। उस समय उनका स्वरूप कैसा था इसका वर्णन स्वयं वामन भगवान ने ही विष्णुधर्म में किया है जिसे वामन विश्वरूप वर्णन नाम से जाना जाता है। यहां वामन विश्वरूप वर्णन (vamana vishwarup) संस्कृत में दिया गया है।

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