श्रीलक्ष्मीनारायणाष्टकम् – laxmi narayan ashtakam

श्रीलक्ष्मीनारायणाष्टकम् - laxmi narayan ashtakam

“अशेषदुःखशान्त्यर्थं लक्ष्मीनारायणं भजे” यह ध्रुव पंक्ति है जिस स्तोत्र का उसे श्रीलक्ष्मीनारायणाष्टकम् (laxmi narayan ashtakam) स्तोत्र नाम से जाना जाता है। इस ध्रुव पंक्ति में ही देखा जा रहा है कि अशेष दुःख शान्त्यर्थं अर्थात संपूर्ण दुःखों की शांति के लिये लक्ष्मीनारायणं भजे अर्थात लक्ष्मी नारायण को भजता हूँ। इस प्रकार सभी दुःखों का निवारण करने में इस लक्ष्मी नारायण अष्टक स्तोत्र का पाठ विशेष लाभकारी हो सकता है। यहां श्रीलक्ष्मीनारायणाष्टकम् संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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