यहां पढ़ें धूमावती माता का सहस्रनाम स्तोत्र संस्कृत में – dhumavati sahasranam stotra

यहां पढ़ें धूमावती माता का सहस्रनाम स्तोत्र संस्कृत में - dhumavati sahasranam stotra

माँ धूमावती की दो भुजाएं हैं जो कम्पित होती है और एक हाथ में सूप तथा दूसरा हाथ वरदान मुद्रा में है। माँ एक अश्वरहित रथ पर सवार हैं, जिसके शीर्ष पर ध्वज एवं प्रतीक के रूप में कौआ विराजमान रहता है। समस्त रोगों एवं घनघोर दरिद्रता से मुक्ति प्राप्त करने हेतु देवी धूमावती की पूजा की जाती है।

माता धूमावती की पूजा-अराधना में सहस्रनाम स्तोत्र का विशेष महत्व है। यहां धूमावती सहस्रनाम स्तोत्र (dhumavati sahasranam stotra) संस्कृत में दिया गया है।

कर्मकांड विधि में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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